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कांग्रेस के सदस्यों ने पोस्ट कार्ड देकर मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजने के लिए बिहार सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पोस्ट कार्ड के माध्यम से अपनी मांग की जाएगी

कांग्रेस के सदस्यों ने पोस्ट कार्ड देकर मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजने के लिए बिहार सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पोस्ट कार्ड के माध्यम से अपनी मांग की जाएगी

कांग्रेस के सदस्यों ने पोस्ट कार्ड देकर मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजने के लिए बिहार सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पोस्ट कार्ड के माध्यम से अपनी मांग की जाएगी
धर्मेंद्र कुमार गुप्ता
औरंगाबाद:- औरंगाबाद जिले में मेडिकल कॉलेज खुलने का सपना साकार होने वाला है। केंद्र सरकार के नीति आयोग से यहां मेडिकल कॉलेज खोलने की हरी झंडी दी है। औरंगाबाद पूरे देश में केंद्र सरकार के आकांक्षी जिला में चयनित है। आकांक्षी जिला के विकास के लिए केंद्र सरकार ने अतिरिक्त केंद्रीय सहायता योजना चलाई है और इस योजना के तहत अतिरिक्त राशि उपलब्ध कराती है। उपलब्ध राशि से विकास के कार्य होते हैं।

नीति आयोग ने वैसे चयनित आकांक्षी जिला में मेडिकल कॉलेज खोलने की अनुमति दी है जिस जिला में सरकारी अथवा निजी मेडिकल कॉलेज अथवा 200 बेड का कोई सरकारी अस्पताल नहीं है। नीति आयोग ने जब डीएम राहुल रंजन महिवाल से रिपोर्ट की मांग की तो डीएम ने बिना विलंब किए इस जिले में न कोई सरकारी अथवा निजी मेडिकल कॉलेज होने एवं न 200 बेड का कोई सरकारी अस्पताल होने का रिपोर्ट नीति आयोग को भेजा है। डीएम के रिपोर्ट पर नीति आयोग ने मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए करीब 20 एकड़ जमीन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। नीति आयोग के निर्देश पर डीएम ने एडीएम के माध्यम से सभी सीओ से 20 एकड़ सरकारी जमीन को चिन्हित करते हुए रिपोर्ट की मांग की है। एडीएम सुधीर कुमार ने बताया कि डीएम के निर्देश पर सभी अंचल के सीओ से 20 एकड़ सरकारी जमीन को चिन्हित करते हुए दो दिनों में रिपोर्ट मांगी गई है।

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God grace school bhore gopalganj

जमीन का रिपोर्ट आते ही डीएम को सौंपा जाएगा। डीएम के द्वारा जमीन का रिपोर्ट नीति आयोग को भेजा जाएगा। बताया जाता है है कि केंद्र सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने 74 मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की है।भारत सरकार के स्वस्थ एवं कल्याण मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने आज से 5 महीना पूर्व स्पष्ट कहा था कि औरंगाबाद में जिला में मेडिकल कॉलेज की स्थापना के के लिए स्वीकृति नहीं करने की बात कही थी जो कि डॉ बिहार विभूति अनुग्रह नारायण सिंह सिंह की धरती का अपमान बिहार सरकार ने किया है। मेडिकल कॉलेज औरंगाबाद में नहीं खुलने से यहां के लोग मन में गुस्सा जाहिर करते हुए और नीतीश कुमार के और केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया गया। कांग्रेस नेता मोहम्मद शाहनवाज रहमान उर्फ सल्लू खान ने कहा कि जिले में मेडिकल कॉलेज खुलने का सपना साकार होने वाला था बिहार सरकार और केंद्र सरकार की नीति आयोग से यहां मेडिकल कॉलेज की, हरी झंडी मिली थी औरंगाबाद पूरे देश में केंद्र सरकार के आकांक्षी जिला में चयनित था आकांक्षा योजना के तहत राशि उपलब्ध कराती है उपलब्ध राशि से विकास के कार्य होते हैं नीति आयोग ने वैसे चयनित आकांक्षी जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने की अनुमति दी थी जिला में सरकारी अथवा निजी मेडिकल कॉलेज अथवा 200 बेड का कोई सरकारी अस्पताल नहीं है। नीति आयोग ने तत्कालीन डीएम अपने प्रत्येक प्रतिवेदन में बिहार सरकार को जो भेजा था जिला में बिना सरकारी अथवा निजी अस्पताल का कॉलेज बिना निजी मेडिकल कॉलेज में 200 बेड का कोई सरकारी अस्पताल ना होने की रिपोर्ट आयोग को भेजा था। डीएम की रिपोर्ट नीति आयोग ने मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए करीब 20 एकड़ जमीन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था नीति आयोग के निर्देश पर डीएम ने एडीएम के माध्यम से सभी सीओ से 20 एकड़ सरकारी जमीन को चिन्हित करते हुए रिपोर्ट सौंपी गई थी। यहां के जनप्रतिनिधि और चुनाव के समय विधायक सांसद मुर्दे हैं औरंगाबाद के विकास से कोई मतलब नहीं है। इन छह विधायक खली नाम के थे और काम कुछ नहीं जनता को बुड़बक बना कर विकास के नाम पर वोट लेते हैं। वही एक ऐसे सांसद हैं जिनका नाम सुशील सिंह जब किसी व्यक्ति की किसी तरह किसी तरह की बीमारी से मौत हो जाती है तो मौत के बाद उसके परिजन से मिलकर एक झूठ का संदेश देना चाहते हैं और फेसबुक और सोशल मीडिया पर अपने आप को लोकप्रिया बनने के लिए इनको या नजर नहीं आ रहा है कि यहां के लोग बनारस दिल्ली लखनऊ पटना इलाज के लिए जाते हैं। और गरीब आदमी इलाज कराने के लिए तो पैसा के अभाव में अपने घर के गेट पर दम तोड़ देता है। कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि यदि औरंगाबाद मेडिकल कॉलेज खोलने की स्वीकृति बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार केंद्र सरकार को प्रस्ताव नहीं भेजते हैं तो हम लोग इसका खुलेआम विरोध करेंगे। नीतीश कुमार औरंगाबाद के साथ सौतेला व्यवहार कर रहे हैं कि कि यहां से हमारा कोई भी विधानसभा में सीट जीत नहीं पाए जिसकी सजा औरंगाबाद को दिया जा रहा है और 5 महीना पूर्व मेडिकल कॉलेज का सजा दिया गया। औरंगाबाद में मेडिकल कॉलेज खुलवाने के लिए शहर की जनता सभी जनप्रतिनिधियों को आगे आना होगा।एक होकर नीतीश कुमार से बस कार्ड के माध्यम से मिलकर माध्यम से आवेदन सौंपकर मांग किया जाएगा। जल्द से जल्द औरंगाबाद में मेडिकल कॉलेज खोलने की स्वीकृति दिया जाए और मुख्यमंत्री हर काम राजगीर नालंदा में चाहते हैं इससे साथ उनका मानसा पता है कि उनको अपने जिला को पूरे बिहार में नालंदा जिला को विकसित कर रहे हैं और विशेष तौर पर उसे दुल्हन की तरह जाया जाया जा रहा है या एक निंदनीय काम है। इस मौके पर रंजन कुमार मुन्ना कुमार दीपक कुमार मोहम्मद गयासुद्दीन प्रकाश कुमार छोटू कुमार मोहम्मद जीशान लाडले रिंकू कुमार दीपक कुमार निजामुद्दीन खान मोहम्मद खुर्शीद पंकज कुमार आदि लोग उपस्थित रहे।

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