आर्मी बहाली में देरी और बेरोजगारी के खिलाफ सड़कों पर उतरा छात्रों का हुजूम
आर्मी बहाली में देरी और बेरोजगारी के खिलाफ सड़कों पर उतरा छात्रों का हुजूम
• समय पर विज्ञापन-परीक्षा और नियुक्ति की उठाई मांग।
• जिलाधिकारी से मिलकर मांग पत्र सौंपा, रोजगार के वादे को पूरा करे सरकार- आइसा
गया- 20 जनवरी, 2022
गया : अपनी मांगों को लेकर प्रतियोगी परीक्षाओं के सैंकड़ों छात्र आज छात्र संगठन आइसा के बैनर तले गया की सड़कों पर उतरकर अपना विरोध दर्ज किया। छात्र 2019 आर्मी बहाली को जल्द पूरा करने, उम्र सीमा में 2 साल की छूट देने, जुमला नहीं- रोजगार चाहिए, समय पर विज्ञापन-परीक्षा और नियुक्ति दो के नारे लगा रहे थे।
मार्च का नेतृत्व इनौस उपाध्यक्ष तारिक अनवर, आइसा नेता सोखेन्द्र कुमार, मो. शेरजहाँ, खुसबू कुमारी, सोनू कुशवाहा, धीरज, प्रभात कुमार, सोनू कुमार, अनिल व नीतीश कुमार कर रहे थे।
खेल परिसर मैदान से निकला छात्रों का हुजूम गांधी मैदान होते हुए समाहरणालय पहुंचा। जहां आंदोलनकारी छात्रों का एक 5 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने गया जिलाधिकारी से मिलकर अपना मांग पत्र सौंपा। प्रतिनिधिमंडल में तारिक अनवर, सोखेन्द्र कुमार, धीरज, राहुल और नीतीश कुमार शामिल थे।
प्रदर्शन में बड़ी संख्या में आर्मी बहाली के अभियार्थी शामिल थे। ज्ञात हो कि 2019 आर्मी बहाली की प्रक्रिया अभी तक समाप्त नहीं होने के कारण बड़ी संख्या में छात्रों की उम्रसीमा पार हो चुकी है। ऐसे में उन्हें बहाली के बाहर होने का खतरा दिख रहा है। साथ ही बिहार में व्याप्त बेरोजगारी के खिलाफ भी छात्रों में काफी गुस्सा था। केंद्र की मोदी और बिहार की नीतीश सरकार रोजगार के बजाय सिर्फ जुमले दे रही है। रोजगार की मांग को लेकर आने वाले दिनों में आंदोलन और तेज किया जाएगा।
छात्रों ने एक स्वर में समय पर विज्ञापन- परीक्षा और नियक्ति देने की मांग की। साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं में जारी अनियमितता और पेपर लीक को भी रोकने की मांग रखी गई।
मार्च में मुकेश, अनिल, सोनू, प्रभात, प्रवीण, विधायक कुमार सहित सैकड़ों छात्र शामिल थे।