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पत्रकारिता के अपराधीकरण पर लगाई जाए रोक अपराध में लिप्त लोगों को किसी भी अखबार का संवाददाता बनाए जाने पर समाचार पत्र पर भी हो कार्रवाई।

उत्तर प्रदेश के समस्त जनपदों में अवैध रूप से संचालित अस्पताल, नर्सिंग होम, पैथोलॉजी सेंटर की जांच कराकर हों कार्रवाई।

पत्रकारिता के अपराधीकरण पर लगाई जाए रोक
अपराध में लिप्त लोगों को किसी भी अखबार का संवाददाता बनाए जाने पर समाचार पत्र पर भी हो कार्रवाई।

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उत्तर प्रदेश के समस्त जनपदों में अवैध रूप से संचालित अस्पताल, नर्सिंग होम, पैथोलॉजी सेंटर की जांच कराकर हों कार्रवाई।

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2021-02-27

नई दिल्ली–भारतीय मीडिया फाउंडेशन के नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय कार्यालय से जारी बयान में भारतीय मीडिया फाउंडेशन के संस्थापक एके बिंदुसार ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार से मांग करते हुए कहा कि पत्रकारिता में अपराधीकरण पर रोक लगाने के लिए  ठोस नियम बनाया जाएं।

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उन्होंने कहा कि आज पत्रकारिता अपराधी गैगों के हाथों की कठपुतली बन चुकी हैं ऐसे में निष्पक्ष पत्रकारिता करने वाले लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है और उन्हें प्रताड़ित भी किया जा रहा है।

जिसके कारण पत्रकारिता की गरिमा धूमिल हो रही हैं।
उन्होंने कहा कि देश में कई ऐसे समाचार पत्र पत्रिकाएं हैं जो हीनियस क्राईम एवं गंभीर मामलों में वांछित हैं ऐसे लोगों को वरिष्ठ संवाददाता और संपादक बना दिया गया हैं। जो पत्रकारिता की आड़ में काला कारोबार करने के लिए अग्रसर रहतें हैं।

उन्होंने कहा कि कई ऐसे पत्रकार हैं जो भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने वाले  हैं उनको फर्जी मुकदमें में फंसाया गया हैं ऐसे लोगों को  सर्वोच्च जांच कमेटी गठित कर उन्हें न्याय दिलाया जाएं।

श्री एके बिंदुसार ने कहा कि देश के अंदर स्वास्थ्य के प्रति काफी लापरवाही बरती जा रही है लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा हैं उत्तर प्रदेश वाराणसी और विंध्याचल मंडल सहित प्रांत के कई जनपदों में धड़ल्ले से अवैध रूप से अस्पताल, नर्सिंग होम ,पैथोलॉजी सेंटर का संचालन हो रहा है जिला स्वास्थ्य विभाग मोटी रकम लेकर ऐसे लोगों को लूट की खुली छूट दे रखी हैं।

उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से मांग करते हुए कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए एक स्पेशल टीम गठित किया जाए जिससे जांच कराकर अवैध रूप से संचालित अस्पताल, नर्सिंग होम, पैथोलॉजी सेंटर के खिलाफ उनके संचालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएं।

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