प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के नक्खी घाट की सड़क बद से बदतर
प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के नक्खी घाट की सड़क बद से बदतर हालात में है। कई महीनों से सीवर का गंदा पानी ओवरफ्लो होकर सड़कों पर फैलता नजर आ रहा है। अब ऐसे में स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत अभियान की बात करना बेईमानी होगी। कहीं महीनों कूड़ा नहीं उठ रहा है तो कहीं सीवर ओवरफ्लो होकर सड़कों पर फैल रहा है जिससे राहगीरों को आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन इस क्षेत्र के लोगों की कौन सुने फरियाद? कई बार पीडब्ल्यूडी और जल संस्थान के लोगों को उसके बारे में सूचनाएं दी जा चुकी है अभी तक कोई करवाई नहीं। क्षेत्र के लोगों ने बताया की मात्र 6 महीना ही हुए हैं इस सड़क के निर्माण हुए और 6 महीना में ही जल संस्थान और पीडब्ल्यूडी की सच्चाई सामने आ गई और कलई खुल गई।
यही है भ्रष्टाचार जो आंखों देखी देखने को मिल रहा है यह वार्ड नंबर 36 नक्खीघाट वाराणसी की सड़क की हालत है। जिस पर से आए दिन अधिकारियों का आवागमन होता है लेकिन फिर भी लोगों की नजरें इस तरफ नहीं जाती और जाति भी है तो अपने दिल को लोग पत्थर बना लेते हैं। इनको नहीं दिखती जनता की समस्याएं ना जनता का दुख दर्द। इन अधिकारियों को क्या यह सिर्फ अपना रास्ता चलते बनते हैं इन्हें जनता की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं।
यहां के दुकानदारों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। एक तरफ तो कोरोना कॉल जैसी महामारी तो दूसरी तरफ ईस सड़क पर सीवर की समस्या जो पूरे सड़क पर फैल जाता है और फ्लों होने के बाद काफी दुर्गंध उठती है इसे और साथ ही सड़क भी बैठ रही है। अब ऐसे में इनके यहां ग्राहक नहीं आते या नहीं रुक पाते हैं जिसेसे इन दुकानदारों के सामने रोजी रोटी की सबसे बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई है। आखिर कौन सुने फरियाद इन दुकानदारों और राहगीरों की? कब होगा इस समस्या का समाधान?
क्या यही है चाहू और विकास?
क्या यही है स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत अभियान? इसी तरह कई ऐसे वार्ड मोहल्ले और है जहां महीनों कूड़ा नहीं उठता और सीवर ओवरफ्लो होता रहता है।
वाराणसी से रियाज अहमद खान
की विशेष रिपोर्ट