उचकागांव में बीडीसी की बैठक में मुखिया पतियों को नहीं मिली बैठने की अनुमति, लौटे बैरंग
उचकागांव में बीडीसी की बैठक में मुखिया पतियों को नहीं मिली बैठने की अनुमति, लौटे बैरंग
गोपालगंज: उचकागांव प्रखंड के स्वरोजगारी भवन में मंगलवार के दिन पंचायत समिति की बैठक प्रखंड प्रमुख विश्वजीत यादव की अध्यक्षता में आयोजित की गई।
बैठक की शुरुआत राष्ट्रगान से की गई। इसके बाद पिछले बीडीसी के बैठक में चयनित योजनाओं और मुद्दों पर चर्चा की गई। जिसमें बीडीओ कुमार प्रशांत ने बताया कि प्रखंड क्षेत्र की 24 विकास योजनाएं जो पिछली बार बीडीसी की बैठक में चयनित की गई थी अंचल से एनओसी मिलने के अभाव में लंबित चल रहीं हैं। एक करोड़ से अधिक राशि का उठाव हो जाने के बाद भी कई पंचायतों में योजनाओं की राशि खर्च नहीं की गई है अथवा पंचायतों में योजना शुरू नहीं हुई है। प्रधानमंत्री जन कल्याण योजना के अंतर्गत 25 आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण के लिए योजना पारित हुई थी। जिसका निर्माण टेंडर के माध्यम से होना है। परंतु पंचायत समिति से एनओसी नहीं मिलने के कारण योजना लंबित चल रही है। बीडीओ ने कहा कि सभी पंचायत समिति सदस्य अपने क्षेत्र के बाजारों में स्थित सरकारी जमीनों पर सैरात बंदोबस्ती पर विशेष ध्यान दें। ऐसे सरकारी जमीनों पर दुकानों का निर्माण कर व्यवसाईयों को किराए पर दुकान उपलब्ध कराएं। इससे प्रखंड पंचायत समिति की आय में वृद्धि होगी और उचकागांव प्रखंड जिले के अन्य प्रखंडों के लिए नजीर बनेगा। झीरवां पंचायत के मुखिया नजीर आलम ने कहा कि सरकार पंचायतों को रुपये खर्च करने के लिए भेजती है। परंतु कर्मियों के उदासीनता के कारण कई माह तक उपलब्ध राशि के बारे में जनप्रतिनिधियों को जानकारी भी नहीं मिलती है। जिससे राशि खाते में लंबित पड़ी रहती है। इसलिए पंचायत के खातों आने वाली राशि की जानकारी सरकारी कर्मी राशि आने के साथ ही उपलब्ध कराएं। बीडीसी की बैठक में कई पंचायतों के महिला मुखिया अथवा बीडीसी जनप्रतिनिधियों के स्थान पर उनके पति पहुंचे थे। जिन्हें बीडीसी की बैठक में बैठने की अनुमति नहीं मिली। जिससे ऐसे लोगों को बैरंग लौटना पड़ा। बीडीसी रामाशीष सिंह ने कहा कि कर्मचारी एक लाख बीस हजार से कम आय प्रमाण पत्र जारी नहीं करते हैं। जिससे काफी संख्या में गरीबों का राशन कार्ड के लिए किया गया आवेदन रद्द हो जाता है।उप प्रमुख श्रीकृष्णा सिंह कुशवाहा ने कहा कि नहर की सफाई करने के बाद भी वर्षों से नहरों में पानी नहीं आता है। गंडक विभाग के कर्मी सोए हुए हैं। बैठक में लघु जल सिंचाई विभाग, बाल विकास परियोजना और शिक्षा विभाग से किसी भी अधिकारी के नहीं पहुंचने पर सदस्यों ने नाराजगी जताई। प्रखंड प्रमुख विश्वजीत यादव ने किसान सलाहकार और कृषि समन्वयकों के कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि कृषि कर्मी अपने क्षेत्र में नहीं आते हैं। केवल गिने चुने चहेतों को योजना का लाभ दिया जाता है। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग, पशुपालन विभाग, बाल विकास परियोजना, समाज कल्याण विभाग सहित कई विभागों में चल रही योजनाओं पर प्रकाश डाला गया। मौके पर बीपीआरओ आदित्य अंशु, एमओ पूर्णेन्दु कुमार पूर्ण, बीएओ कामेश्वर राम, मुखिया सुरेंद्र राम, अकलू यादव, प्रमोद सिंह, शाह आलम सहित काफी संख्या में सदस्य उपस्थित थे।